Online Test of Chapter 6 मधुर-मधुर मेरे दीपक जल (Madhur-madhur Mere Deepak Jal) Test 2 Hindi Sparsh|Class 10th

1. कवयित्री दीपक को जलने के लिए क्यों कहती है ?
(i) अँधेरा मिटाने के लिए
(ii) बिजली नहीं है
(iii) तेल खत्म हो गया है
(iv) तांकि ईशवर रुपी प्रियतम का पथ प्रकाशमान रहे उन्हें कवयित्री तक पहुँचने में कोई परेशानी न हो

2. कवयित्री ने इस कविता में दीपक को किस किसका प्रतीक माना है ?
(i) परोपकार
(ii) वेदना
(iii) त्याग
(iv) सभी

3. महादेवी वर्मा के काव्य की विशेषताओं का उल्लेख करें |
(i) वेदनात्मक
(ii) संगीतात्मक
(iii) गीत तत्त्व ,छायावाद एवं प्रकृतिचित्रण
(iv) सभी

4. महादेवी वर्मा जी की मुख्य कृतियों के नाम लिखें |
(i) महादेवी वर्मा जी की मुख्य कृतियों के नाम लिखें |
(ii) सांध्य गीत
(iii) दीपशिखा
(iv) सभी

5. महादेवी वर्मा को आधुनिक युग की मीरा क्यों कहा गया ?
(i) लिखने की कला के कारण
(ii) गीत गुनगुनाने की कारण
(iii) क्योंकि मीरा की ही तरह महादेवी वर्मा जी ने भी अपनी विरह की पीड़ा को कविता की कला का रंग दे दिया
(iv) माता जी के कारण

6. शलभ का सामान्य स्वभाव है
(i) दीपक को जलाना
(ii) दीपक पर मर मिटना
(iii) दीपक को बुझाना
(iv) दीपक के पास रहना

7.“सिहर-सिहर मेरे दीपक जल’ का क्या अर्थ है?
(i) भयभीत होकर जलना
(ii) ठिठुरते हुए जलना
(iii) विपरीत परिस्थितियों में थरथराकर जलना
(iv) दूसरों को डराते हुए जलना

8. प्रकृति के सभी तत्व दीपक से क्या माँग रहे हैं?
(i) जीवनकण
(ii) प्रकाशकण
(iii) अग्निकण
(iv) जलकण

9. कवयित्री दीपक को विहँस-विहँस कर जलने को क्यों कहती हैं?
(i) वह प्रभु को खुश करना चाहती हैं
(ii) वह जीवन खुशी से जीना चाहती हैं
(iii) वह भक्ति में आनंद पाना चाहती हैं
(iv) वह संसार के दुखों में नहीं जीना चाहती

10. ‘स्नेहहीन दीपक’ से क्या आशय है?
(i) प्रेमहीन बच्चे
(ii) भक्तिहीन लोग
(iii) हिंसक लोग
(iv) गरीब बच्चे