Online Test of पाठ – 2 ललद्यद (Llghd) Test 1 | Hindi kshitiz Class 9th क्षितिज
1. कविता में कैसी जीवन-शैली अपनाते हुए प्रभु को पाने का भाव व्यक्त हुआ है?
(क) आरामदायक
(ख) अनुशासित
(ग) सहज
(घ) इनमें से कोई नहीं
2. क्या करने से मन ईश्वर से हटता है?
(क) काम न करने से
(ख) भोग करने से
(ग) आराम करने से
(घ) निंदा करने से
3. भोग और त्याग के बीच के मार्ग को अपनाने वाले को क्या कहते हैं?
(क) अहमभावी
(ख) भोगी
(ग) त्यागी
(घ) समभावी
4. कवयित्री ने अपना सारा जीवन किसमें बिता दिया?
(क) समाज-सेवा में
(ख) धार्मिक कार्यों में
(ग) हठयोग-साधना में
(घ) इनमें से कोई नहीं
5. भोग करने से मन किससे हटता है?
(क) ईश्वर से
(ख) समाज से
(ग) परिवार से
(घ) इनमें से कोई नहीं
6. शिव कहाँ बसते हैं?
(क) मंदिर में
(ख) पर्वतों पर
(ग) सर्वत्र
(घ) इनमें से कोई नहीं
7. कविता में किन बंधनों से मुक्ति की बात की गई है?
(क) पारिवारिक
(ख) सांसारिक
(ग) सामाजिक
(घ) इनमें से कोई नहीं
8. मनुष्य की ईश-साधना कैसे भंग होती है?
(क) भोग करने से
(ख) योग करने से
(ग) पूजा-पाठ करने से
(घ) इनमें से कोई नहीं
9. तपस्या का जीवन जीने से मनुष्य के मन में क्या पैदा होता है?
(क) त्याग
(ख) सुख
(ग) अहंकार
(घ) संतोष
10. मनुष्य को सहज संयम अपनाने और प्रभु से मिलने की प्रेरणा कौन देता है?
(क) साधु
(ख) ज्ञानी
(ग) कवयित्री
(घ) इनमें से कोई नहीं
पाठ - 10 ललद्यद Quiz 2 | Class 9th क्षितिज
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Question 1 of 10
1. Question
कविता में कैसी जीवन-शैली अपनाते हुए प्रभु को पाने का भाव व्यक्त हुआ है?
Correct
कविता में सहज जीवन-शैली अपनाते हुए प्रभु को पाने का भाव व्यक्त हुआ है|
Incorrect
-
Question 2 of 10
2. Question
क्या करने से मन ईश्वर से हटता है?
Correct
भोग में लिप्त रहकर जीवन व्यतीत करने से मन ईश्वर से हटता है तथा मनुष्य की ईश-साधना भंग होती है|
Incorrect
-
Question 3 of 10
3. Question
भोग और त्याग के बीच के मार्ग को अपनाने वाले को क्या कहते हैं?
Correct
समभावी उसे कहते हैं जो भोग और त्याग के बीच माध्यम मार्ग को अपनाता है|
Incorrect
-
Question 4 of 10
4. Question
कवयित्री ने अपना सारा जीवन किसमें बिता दिया?
Correct
कवयित्री भक्ति के सरल राह में न चलकर हठयोग-साधना में अपना जीवन बिताकर कुछ नहीं पाया|
Incorrect
-
Question 5 of 10
5. Question
भोग करने से मन किससे हटता है?
Correct
भोग में लिप्त रहकर जीवन व्यतीत करने से मन ईश्वर से हटता है तथा मनुष्य की ईश-साधना भंग होती है|
Incorrect
-
Question 6 of 10
6. Question
शिव कहाँ बसते हैं?
Correct
कवयित्री के अनुसार ‘शिव’ हर जगह विद्यमान हैं, बस उन्हें पहचानने के लिए आत्मज्ञान की आवश्यकता होती है|
Incorrect
-
Question 7 of 10
7. Question
कविता में किन बंधनों से मुक्ति की बात की गई है?
Correct
कविता में सांसारिक बंधनों से मुक्ति की बात की गई है, जो भोग पर उचित संयम रखने से प्राप्त होता है|
Incorrect
-
Question 8 of 10
8. Question
मनुष्य की ईश-साधना कैसे भंग होती है?
Correct
भोग में लिप्त रहकर जीवन व्यतीत करने से मन ईश्वर से हटता है तथा मनुष्य की ईश-साधना भंग होती है|
Incorrect
-
Question 9 of 10
9. Question
तपस्या का जीवन जीने से मनुष्य के मन में क्या पैदा होता है?
Correct
तपस्या का जीवन जीने से मनुष्य स्वयं को बड़ा त्यागी महात्मा समझने लगता है और इससे उसके मन में अहंकार उत्पन्न होता है|
Incorrect
-
Question 10 of 10
10. Question
मनुष्य को सहज संयम अपनाने और प्रभु से मिलने की प्रेरणा कौन देता है?
Correct
कवयित्री सांसारिक बंधनों से मुक्ति चाहती हैं इसलिए वह सहज संयम अपनाने और प्रभु से मिलने की प्रेरणा देती हैं|
Incorrect